best index funds: 3,5 और 10 वर्षीय रिटर्न चार्ट में स्मॉल कैप, मिडकैप और Nifty 50 की तुलना
1. 3-वर्षीय रिटर्न: जोखिम-उत्साही समय में स्मॉलकैप/ मिडकैप का पलटवार
•हाल की 3-साल की अवधि में, स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स-फंड्स ने शानदार प्रदर्शन किया है। उदाहरण के लिए, एक ताजा तुलना में,3 वर्ष की रिटर्न में Axis Nifty Midcap 50 Index Fund ने लगभग 25.82% प्राप्त किया, वही ABSL Nifty स्मॉलकैप 50 Index Fund और Axis Nifty Smallcap 50 Index Fund क्रमशः 25.45% और 25.42% तक पहुंचे थे।
• इन रिटर्न्स का मतलब यह कि अगर मार्केट में लिक्विडिटी , निवेश प्रवाह और आर्थिक उत्साह हो -यानी ” बुल-मार्केट” का माहौल– तो छोटे एवं मध्य आकर(small/mid cap) कंपनियों में निवेश(इंडेक्स-फंड्स) अच्छा फल दे सकता है।
• दूसरी ओर, 3-साल Large-cap (Nifty 50) की तुलना में स्मॉल/ मिडकैप में जोखिम ज्यादा होता है– मतलब उतार-चढ़ाव भी ज्यादा। इसलिए 3-साल जैसा छोटे-मध्य अवधि के लक्ष्य ( जैसे कोई बड़ा खर्च, शादी, युग्म-योजना आदि) हो, तो स्मॉल/मिडकैप – FUND सिर्फ तभी लेना चाहिए, जब आप उतार-चढ़ाव सहने के लिए तैयार हों।
√ निष्कर्ष (3 साल ): अगर आप ” तेज ग्रोथ+थोड़ा उच्च रिस्क” सह सकते हैं, तो स्मॉल और मिडकैप इंडेक्स फंड्स( या उनका मिश्रण) 3-वर्ष की अवधि में लाभदायक हो सकते हैं ।
2. 5- वर्षीय रिटर्न तुलना:
• 5 वर्ष के चार्ट में भी mid cap ने आगे निकलने में सफलता पाई।एक रिपोर्ट के अनुसार,Motilal Oswal Nifty Midcap 150 Index Fund 25.63% वार्षिक रिटर्न का प्रदर्शन दिखा।Small cap index भी पिछड़ा नहीं – Motilal Oswal Nifty Small cap 250 Index Fund 25.29% और Nippon India Nifty Small cap 250 Index Fund 24.95% रही।
• इस दौरान,equal-weight इंडेक्स भी वांछिनिय रहे जो यह दिखाता है कि सिर्फ बड़े बड़े कंपनियां नहीं, बल्कि, माध्यम और छोटे कंपनियों में भी समान भागीदारी ने मार्केट ग्रोथ में योगदान दिया।
•निष्कर्ष: 5-वर्ष के लिए mid-cap इंडेक्स फंड्स बेहतर संतुलन दिखाते हैं — ऊंचा रिटर्न मैनेजिबल होने वाला रिस्क। small-cap भी अच्छा है, लेकिन थोड़ा उतार-चढ़ाव अधिक हो सकता है ।
3. 10-वर्षीय रिटर्न तुलना
• 10 वर्ष की अवधि में, एक ताजा रिपोर्ट बताती है कि मिड कैप mid cap इंडेक्स ( Nifty Midcap 150 TRI) का औसत रिटर्न लगभग 17.4% रहा है – जो small cap TRI(~14.8%) और Large cap( Nifty 50 TRI ~12.93%) से बेहतर है।
• Small cap ने 10 वर्ष में औसत 14.8% दिया। ऐसा सुझाव है कि रिस्क अधिक होने के बावजूद,long-term horizon पर Small- cap bhi respectable रहा है।
• दूसरी ओर,Large cap(Nifty 50) जैसा कि अपेक्षित था — स्थिर लेकिन अपेक्षाकृत कम रिटर्न। कई 10-वर्ष के इंडेक्स/ फंड रिपोर्ट में Large cap 12-13 वार्षिक रिटर्न दिखाते हैं। उदाहरण के लिए, विश्लेषण में “टॉप 10-year index funds” में अधिकांश Large cap funds शामिल थे।

निष्कर्ष
लंबी अवधि(10 साल) में mid cap फंड्स ने risk -reward संतुलन के कारण बेहतर प्रदर्शन दिखाया है । Small cap ने भी अच्छा किया, लेकिन risk के साथ। Large cap सबसे सुरक्षित, लेकिन रिटर्न में मध्यम।
Volatility & Risk — उच्च रिटर्न के साथ अपेक्षित जोखिम
• small cap फंड्स में उतार-चढ़ाव(volatility) सबसे अधिक रही – मतलब returns बड़े हो सकते हैं, लेकिन गिरावट का डर भी । एक विश्लेषण में बताया गया है कि small cap 250 TRI का Volatility(annualised) mid cap और Large cap से कही अधिक है।
• mid-cap ने अपनी “sweet-spot”साबित की है — growth+relatively moderated volatility।
•Large-cap(Nifty50) ने Stability दी, लेकिन रिटर्न moderate रहे। यह investors के core portfolio के लिए उपयुक्त हो सकता है।
√ निष्कर्ष
• 3-वर्ष का horizon: small-cap और mid-cap इंडेक्स फंड्स outperform — यदि आप volatility को झेल सकते हैं।
• 5-वर्ष: mid-cap रिलायबल ऑप्शन दिखता है; small-cap भी अच्छा है, लेकिन risk स्लाइटली अधिक।
• 10-वर्ष mid-cap इंडेक्स फंड्स outperform करते हैं — consistent returns,better risk-adjusted performance। small-cap भी respectable रही,large-cap सबसे stable।
• अगर आप दीर्घकालिक(10+साल) के लिए निवेश कर रहे हैं,mid-cap इंडेक्स फंड्स(या एक मिश्रित पोर्टफोलियो — large-cap+mid-cap+small-cap) सबसे उपयुक्त हो सकते हैं। दीर्घकालिक अवधि के लिए निवेश करने पर रिटर्न की अच्छी प्रदर्शन की पूरी गारंटी हो सकती हैं।

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